सहारनपुर । लॉक डाउन में जन सेवा करना एक पत्रकार को भारी पड़ गया। जनसेवा करने वाले पत्रकार पर थाना प्रभारी ने ही डंडा चला दिया। मामले को लेकर पत्रकारों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने आला अधिकारियों से शिकायत कर उचित कार्रवाई की मांग की।
एक पत्रकार को भूखे को खाना खिलाने का दंड लट्ठ खाकर सहन करना पड़ा। डंडा मारने वाला और कोई नहीं थाना जनकपुरी प्रभारी का।मीडिया कर्मी दैनिक मानव जगत में* बतौर संवाददाता है और संपादक के कहने पर ही भूखे को खाना खिलाकर लौट रहा था। पत्रकारो ने एसओ जनकपुरी द्वारा पत्रकार से दुर्व्यवहार की कड़े शब्दो मे निंदा की है, मामला डीआईजी व एसएसपी के संज्ञान में लाया जा चुका है। पत्रकारो ने कहा कि प्रदेश की पलिस महानिदेशक व मंडल के डीआईजी खुद कह चुके है कि लॉक डाउन मानवता की रक्षा के लिए है-ना कि किसी को परेशान करने के लिए, इस वैश्विक बीमारी से लड़ने के लिए पूरा मीडिया प्रशासन के साथ है पर पत्रकारो से बदसलूकी और उत्पीड़न किसी सूरत में बर्दास्त नही होगा।
*बाजोरिया मार्ग स्थित* एक दैनिक अखबार मानव जगत के संवादाता के अनुसार कल सोमवार को संपादक के पास देहरादून चौक के निकट पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के सामने स्थित दलित बस्ती से काल आई और कॉलर ने बताया कि वह और उसका परिवार 2 दिन से भूखा हैं। घर में राशन भी नहीं ऐसे में संपादक ने अजीम अख्तर के हाथों बताई गई जगह पर कुछ राशन भिजवाया जब अजीम अख्तर वापिस प्रेस कार्यालय पर लौट रहा था, तभी उनके साथ मारपीट हुई। पीड़ित पत्रकार ने संपादक को पूरी बात बताई तो संपादक ने घटना की पूरी जानकारी फोन द्वारा जिलाधिकारी अखिलेश सिंह व एसएसपी दिनेश कुमार को दी। मीडिया कर्मी के साथ हुई इस घटना से सहारनपुर के मीडिया जगत में आक्रोष व्याप्त है।