हरिद्वार। मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने करोना की मार झेल रहे मंडी के व्यापारियों को 3 लाख का अनुदान और मंडी समिति से 3 माह का किराया माफ करने की मांग की।
संजय चोपड़ा ने कहा कि करोना वायरस की जंग में लॉकडाउन के दौरान थोक भाव मे मंडी से लाकर आम जनता तक फ्रूट- सब्ज़ी उपलब्ध करा रहे सेकड़ो व्यापारी एक सप्ताह के इस लॉकडाउन में 50-60 हज़ार के नुकसान व कर्ज़े में आने से चिंतित है। व्यापारियों के प्रतिनिधियों ने वरिष्ठ व्यापारी मुकेश कोठियाल की अगुवाई में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व जिला प्रशासन से मांग की कि सरकार की ओर से हर वर्ग को कोरोना वायरस के इस अंतरराष्ट्रीयआ को ध्यान में रखते हुए मंडियों में पंजीकृत फूटकर लाइसेंस धारक व्यापारियों की समस्या का निदान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमूमन मंडी के दरों पर फूटकर फ्रूट सब्ज़ी आलू होलसेल भाव से 40% की गिरावट पर आम उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराना पड़ रहा है । जैसे कि 2000 की सब्ज़ी लाकर मात्र 1000-1200 की ही बिक्री हो पा रही है। यदि सरकार ने इस और ध्यान नही दिया तो आगे व्यापार चलाना संभव नही है।हरिकृष्ण ने कहा आज भी मंडी में जिला अधिकारी के निर्देशन में 1000 रुपए की आलू की बोरी की लिस्ट बनाई लेकिन बिक्री 1300-1400 तक की ।मंडी प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में नाकाम व फेलियर साबित हो रहा है। यदि सरकार द्वारा हम फूटकर फ्रूट सब्ज़ी व्यापारियों के लिए उचित कदम नही उठाये गए तो हमे मजबूरन अपना व्यापार बंद करना पड़ेगा।फूटकर सब्ज़ी व्यापारियों की मांग को जायज ठहराते हुए पूर्व कृषि उत्पादन मंडी समिति अध्यक्ष, भाजपा नेता संजय चोपड़ा ने कहा कृषि उत्पादन मंडी समिति नियमावली के अनुसार मंडी समितियों में श्रेयस विकास का पैसा कृषको व फूटकर फ्रूट सब्ज़ी के विक्रेताओ के लिए अनुदान राशि के रूप में सभी मंडी समिति में पंजीकृत फूटकर लाइसेंस धारक व्यापारियों को 3-3 लाख का अनुदान देकर फूटकर फ्रूट सब्ज़ी व्यापारियों की व्यवस्था का सुचार किया जा सकता है ।वही पूर्व मंडी अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने यह भी कहा सब्ज़ी मंडी के छोटे व्यापारी जो थोक भाव मे फल सब्ज़ी बेचते है उनको राहत देने के लिए उनकी दुकानो के 3 महीनों के मंडी समिति द्वारा लिया जा रहा किराया इस कोरोना वायरस की महामारी के दृष्टिगत माफ किया जाना चाहिए।